Facts About Shodashi Revealed

Wiki Article



क्षीरोदन्वत्सुकन्या करिवरविनुता नित्यपुष्टाक्ष गेहा ।

वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—

॥ इति श्रीत्रिपुरसुन्दरीस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

प्राण प्रतिष्ठा में शीशा टूटना – क्या चमत्कार है ? शास्त्र क्या कहता है ?

पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥

The Mahavidya Shodashi Mantra can be a powerful Device for those seeking harmony in particular associations, Resourceful inspiration, and direction in spiritual pursuits. Frequent chanting fosters emotional therapeutic, improves instinct, and allows devotees accessibility higher wisdom.

काञ्चीपुरीश्वरीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥१०॥

देवीभिर्हृदयादिभिश्च परितो विन्दुं सदाऽऽनन्ददं

The Tale is usually a cautionary tale of the power of desire as well as requirement to produce discrimination by meditation and adhering to the dharma, as we development in our spiritual route.

श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।

ऐसी कौन सी क्रिया है, जो सभी सिद्धियों को देने वाली है? ऐसी कौन सी क्रिया है, जो परम श्रेष्ठ है? ऐसा कौन सा योग जो स्वर्ग और मोक्ष को देने वाला? ऐसा कौन सा उपाय है जिसके द्वारा साधारण मानव बिना तीर्थ, दान, यज्ञ और ध्यान के पूर्ण सिद्धि प्राप्त कर सकता है?

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥११॥

Her check here narratives usually spotlight her purpose within the cosmic fight from forces that threaten dharma, thus reinforcing her posture as a protector and upholder of your cosmic order.

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१०॥

Report this wiki page